तेरी यादें ,तेरी जुदाई................
तुम्हे धडकनों में हमने धडकते पाया . तुम्हे सांसो में हमने ,महकते पाया . मैंने जब भी बंद की पलके , तुम्हे आँखों में हंसते पाया . अक्सर गजल बना तुम्हे अपनी , होंठो को हमने गुनगुनाते पाया . हाथो में चेहरा छुपाये हुए अपना , ख्वाबो में तुम्हे हंसते पाया . और फिर वो मंजर तेरी जुदाई का , मन को सिसकते ,धडकन को तडफते और आँखों को रोते पाया....... hindipoemperls.blogspot.com