नही गवारां ओर कोई .......
आखिरी मुलाकात के बाद उनसे , आँखे बंद है मेरी, धडकनों को मेरे दिल की नही गवारां ओर कोई . तू चाहे किसी को भी बना ले हमसफ़र अपना , पर सिवा तेरे ,आगोश मे नही गवारां ओर कोई .
I am sure ,My poems will touch your heart.