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मई 15, 2013 की पोस्ट दिखाई जा रही हैं

अलविदा

चश्मे तर से अलविदा कहा मैंने उसको . वो ख्वाब बरसों दिल में पाला जिसको .

नेता

आखिर नेता तो साला नेता हैं , बस पब्लिक की लेता हैं , बस झूठे चेहरे झूठी  बाते, झूठे आंसू रोता हैं .