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मई 3, 2011 की पोस्ट दिखाई जा रही हैं

बस एक बार .......

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आ भी जाओ तुम बस एक बार . कुछ कहना है और करना है हमको तुमसे प्यार .. (तू अपना है ,ये सपना है ) - २ ,पूरा कर दे यार .        कुछ कहना है और करना है हमको तुमसे प्यार . (दिल का है कहना ,तेरे दिल में रहना)-२ कर भी लो इकरार . कुछ कहना है और करना है हमको तुमसे प्यार . (झूठी सारी बाते है ,कितनी प्यारी राते हैं)-२ ना करो इनकार . कुछ कहना है और करना है हमको तुमसे प्यार .

बस आप हो दिल में

होश हो गये हैं मेरे गुम से . जब से आँखे मिलायी हैं तुमसे .        बढने लगी है मेरी बेचेनिया        डसने लगी हैं मुझको तन्हाइया डरने लगे है जुदाई के गम से ... जब से आँखे ................         धडकनों में मेरी रहते हो तुम .          हवाओ के जैसे बहते हो तुम . मेरी साँसों की सरगम से ...... जब से आँखे ................

मैं दीवाना दोस्तों

बेवफाओ में फंसा हूँ मैं दीवाना दोस्तों , हैं यहाँ सबका मिजाज़ शातिराना दोस्तों. चार दीवारे और एक छत से घर कँहा बनते भला , खन्डहर में तान दिया है शामियाना दोस्तों . एक तरफा इश्क मे होता है अक्सर यही. दिल के एक एक ख्वाब का टूट जाना दोस्तों . जिन्दगी का हैं गमो से वास्ता हरदम मेरा , दिल में जबसे दिया है उनको आशियाना दोस्तों. उनकी दोस्ती से लाख अच्छी दुश्मनों की दुश्मनी , मुझको ले डूबा हैं उनका दोस्ताना दोस्तों . होंठो को अक्सर भींचकर तिरछी नजर से देखना , बातो का अंदाज उनकी हैं कातिलाना दोस्तों .