लिंक पाएं Facebook Twitter Pinterest ईमेल दूसरे ऐप लेखक: Deepak Tyagi - मार्च 07, 2017 ढूँढा तो पाया मुझ में भी एक ऐब हैं , दूर मुझसे बहुत धोखा और फरेब हैं। दिल लिया हैं तो जरा प्यार से रखना , बड़ा मासूम सा दिल ये अपना साहेब हैं। और पढ़ें
लिंक पाएं Facebook Twitter Pinterest ईमेल दूसरे ऐप लेखक: Deepak Tyagi - मार्च 07, 2017 बैठो मेरे सामने तुम , बेपर्दा होके जरा। सीने से तेरे निकलने लगेगा , दिल जो, हैं ये तेरा। और पढ़ें
लिंक पाएं Facebook Twitter Pinterest ईमेल दूसरे ऐप लेखक: Deepak Tyagi - मार्च 07, 2017 मेरी बदनसीबी की आज फिर छोड़ दिया उसको। दिल से अलग कर दिया फिर ,दिल का टुकड़ा मैंने। और पढ़ें