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मार्च 7, 2017 की पोस्ट दिखाई जा रही हैं
ढूँढा तो पाया मुझ में भी एक ऐब हैं , दूर मुझसे बहुत धोखा और फरेब हैं। दिल लिया हैं तो जरा प्यार से रखना , बड़ा मासूम सा दिल ये अपना साहेब हैं।  
बैठो    मेरे  सामने   तुम ,  बेपर्दा    होके   जरा। सीने से तेरे निकलने लगेगा , दिल जो, हैं ये तेरा।
मेरी बदनसीबी की आज फिर छोड़ दिया उसको। दिल से अलग कर दिया फिर ,दिल का टुकड़ा मैंने।