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नवंबर 24, 2011 की पोस्ट दिखाई जा रही हैं

कैसा होता हैं इश्क ?

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ना ये दरिया सा , ना ये सहरा सा . सीने मे मेरे कुछ ,अब हैं ठहरा सा .                               हुआ हैं  क्या  मुझे , पता ही नही            गर हैं ये इश्क तो मेरी खता नहीं . मेरी सुनता ही नही ,दिल हैं बहरा सा .. सीने मे मेरे कुछ ,अब हैं ठहरा सा .