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अगस्त 6, 2013 की पोस्ट दिखाई जा रही हैं

माँ भारती.....

खून में उबाल  नही … जबान पर सवाल नही … बेबसी किस बात की …… क्या सुबह नही इस रात की …? नोजवान  चुप हैं … अँधेरा घुप है …. भ्रष्ट ले रहे मजा … बस  गरीब को सजा … भारती दुखी बहुत … दिल में दर्द हैं बहुत …. क्यूँ भगत  नही हमको याद  …. रोता चन्द्र शेखर आज़ाद … अब हर हाथ में मशाल हो … नेताओ की उतरी खाल हो … ये नेता देश के दलाल … माँ  को बेच खाते माल … अगर औलाद हो एक बाप की … कर  दो मिटटी पलीद इनके पाप की ....