सांप बगल में पाले हैं लिंक पाएं Facebook Twitter Pinterest ईमेल दूसरे ऐप लेखक: Deepak Tyagi - सितंबर 25, 2012 जब मतलब था तो घुटनों पर थे , पर अब डसने वाले हैं . क्यूँ दूध पिलाया हैं हमने , और सांप बगल में पाले हैं और पढ़ें
.................. अकेला हूँ लिंक पाएं Facebook Twitter Pinterest ईमेल दूसरे ऐप लेखक: Deepak Tyagi - सितंबर 21, 2012 दिल में काफी कुछ हैं मेरे, कुछ कहने को , कुछ सुनने को . बैचेन हैं दिल की हर धडकन, सब कुछ तुझे बतलाने को. आँखों से बरसा सावन, सिसकी हर एक साँस मेरी . थामा तूने हाथ था उसका ,संगदिल मुझे रुलाने को . और पढ़ें