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जनवरी 31, 2013 की पोस्ट दिखाई जा रही हैं

बेदर्द जवानी

एहतराम ना कर इस बेदर्द जवानी का . ये तो रिश्ता हैं जैसे आग और पानी का. जहान वाकिफ हैं इश्केशिद्दत से मीरा की और सबको मालूम हैं अंजाम उस दीवानी का .