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अगस्त 29, 2011 की पोस्ट दिखाई जा रही हैं

वो लम्हा...

वो लम्हा बड़ा बुरा था . जब मैं तुमसे जुदा हुआ था . तुमने भी मुड कर  नही देखा मुझे, मैं बहुत देर तक उसी मोड़ पर रुका था. वो शक्स क्यू हैं खफा इतना मुझसे ? मैं कभी जिसकी धडकन बना था . गम बे इन्तहा  नसीब किये उसने मुझको , जब उसे बताया कि वो मेरा खुदा था .