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जनवरी 31, 2017 की पोस्ट दिखाई जा रही हैं

समंदर

किसने कितनी वफ़ा की आज ,चलो समझ  लेते हैं ऐसा करते हैं एक दूजे से ,चलो दिल बदल लेते हैं। सुना  हैं  ये  इश्क़  एक  समंदर  हैं  आग  का , अगर तू कहे तो  इससे, डूब के निकल लेते हैं।